बिलासपुर व केमरी क्षेत्र के अधिकतर सीड प्लांट बीज की आड़ में गेंहू का भंडारण करे हुए हैं । जो विभिन्न किसानों की खसरा खतौनी के आधार पर रखे हुए हैं जबकि किसान अपनी फसल बेच चुका होता है । इसी के आधार पर फर्जीवाड़ा शुरू हो जाता है। सीड प्रमाणीकरण संस्था टैगिंग का कार्य करती है जिसका समस्त प्रक्रिया ओर रिकॉर्ड उनके पास रहता है । अब सीड प्लांट स्वामी यही टैग प्रिंटिंग प्रेस से छपाकर उस पर फर्जी नंबरिंग तीन से चार बार कर लेते हैं जो विभाग ने केवल एक बार करके दी है अब यह फर्जी अमानक बीज किसानों को बेच दिया जाता है ओर किसानों को धोखा ओर नुकसान पहुंच जाता है ।
सीड प्लांट में बीज की आड़ में गेंहू का भंडार
