हापुड़ जिले के पिलखुवा थाना क्षेत्र मंजू बताया उसका बेटा सत्यम राय 2005 में गुम हो गया था. जिसके बाद मैंने उसे ढूंढने की बहुत कोशिश की और गुमशुदगी भी हापुड़ के पिलखुवा थाने में दर्ज कराई लेकिन शिवम नही मिल पाया. 2017 में अचानक सत्यम् अपने घर पहुँचा अपने बेटे को देखकर माँ और परिवार वालों में खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा. लेकिन जब बेटे ने बताया कि वो अब समीर खाना बन चुका है, तो कुछ ही मिनटों में खुशी दूर हो गई. वही जब इस मामले का पता हिन्दू संगठनों के लोगों को लगा तो मामला क्षेत्र में गरमा गया. कई हिंदू संगठन महिला के समर्थन में आकर खड़े हो गए.क्या बोली पीड़ित मां
पीड़ित माँ ने बताया कि हमने काफी समझाने-बुझाने की कोशिश की लेकिन वहां से लगातार फ़ोन आ रहे थे. 3 महीने बाद मेरा बेटा फिर दिल्ली चला गया. उसको ढूंढते हुए जब मैं वहां पहुंची तो मुझे पता चला राशिद नाम के आदमी ने मेरे बेटे का धर्म परिवर्तन करा दिया है. सत्यम से उसे समीर खान बना दिया. वे मुझे उससे मिलने नहीं देते. फोन पर बात नहीं करने देते कुछ दिन पहले मुझे पता चला कि मेरा बेटा अब रामपुर के शाहबाद में है तो मैं उसे ढूंढती हुई यहां आई हूं. सरकार से गुहार लगाती हूँ कि मुझे मेरा बेटा दिला दें. पीड़ित मां मंजू ने रामपुर के थाना शाहबाद में धर्मांतरण की एफआईआर दर्ज कराई थी.
पीड़ित माँ ने बताया कि हमने काफी समझाने-बुझाने की कोशिश की लेकिन वहां से लगातार फ़ोन आ रहे थे. 3 महीने बाद मेरा बेटा फिर दिल्ली चला गया. उसको ढूंढते हुए जब मैं वहां पहुंची तो मुझे पता चला राशिद नाम के आदमी ने मेरे बेटे का धर्म परिवर्तन करा दिया है. सत्यम से उसे समीर खान बना दिया. वे मुझे उससे मिलने नहीं देते. फोन पर बात नहीं करने देते कुछ दिन पहले मुझे पता चला कि मेरा बेटा अब रामपुर के शाहबाद में है तो मैं उसे ढूंढती हुई यहां आई हूं. सरकार से गुहार लगाती हूँ कि मुझे मेरा बेटा दिला दें. पीड़ित मां मंजू ने रामपुर के थाना शाहबाद में धर्मांतरण की एफआईआर दर्ज कराई थी.
क्या बोले एसपी विद्यासागर मिश्र
वही एसपी विद्यासागर मिश्र ने बताया कि इनके द्वारा एक तहरीर दी गई थी 2005 में बच्चा गुमशुदा हो गया था, 2017 में उसकी बरामदगी हुई थी इस सम्बंध में थाना पिलखुवा पर अभियोग भी पंजीकृत था और बरामदगी भी हो गई थी. उसके बाद से ये बच्चा फिर शाहबाद के एक व्यक्ति के सम्पर्क में था फिर इनकी माता जी का आरोप है कि इस व्यक्ति में जो शाहाबाद निवासी है इसके प्रभाव में आकर उसने लालच और इत्यादि दे कर उसका धर्मपरिवर्तन करा दिया गया है माता के द्वारा दिए गए आवेदन पत्र के क्रम पर अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है.