लखनऊ:-
नित्य समाचार न्यूज़ एजेंसी
प्रयागराज से आए वकील दीपक शुक्ला ने सुनबाई न होने का आरोप लगाकर राज्य सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम पर कोर्ट के अंदर जूता फेंक कर मार दिया। दीपक शुक्ला पुराने मामले की सुनवाई करने का का दबाव बना रहे थे। सूचना आयुक्त ने नए मामले को सुनने को कहा था। इसी बात पर दीपक शुक्ता आपा खो बैठे और सूचना आयुक्त पर कोर्ट के अंदर जूता फेंककर मार दिया।
पहले सोशल मीडिया पर जूता मारने की धमकी देने के बाद प्रयागराज के कर्नलगंज निवासी अधिवक्ता दीपक शुक्ला ने कुछ वैसा किया भी। गोमतीनगर विभूतिखंड स्थित राज्य सूचना आयोग की कोर्ट में दीपक पहुंचा और सुनवाई में बाधा डालते हुए सूचना आयुक्त मो. नदीम से गाली गलौज कर उन्हें मारने के लिए लपका।
सुनवाई के दौरान दीपक ने चिल्लाते हुए अपने पक्ष में आदेश पारित करने को कहा इस पर मो. नदीम ने सामान्य तरीके से बात करने को कहा तो दीपक ने अपना पक्ष रखते हुए गाली गलौज शुरू कर दी और तत्काल आदेश जारी करने की बात कही।सुनवाई के दौरान दीपक ने चिल्लाते हुए अपने पक्ष में आदेश पारित करने को कहा इस पर मो. नदीम ने सामान्य तरीके से बात करने को कहा तो दीपक ने अपना पक्ष रखते हुए गाली गलौज शुरू कर दी और तत्काल आदेश जारी करने की बात कही।सूचना आयुक्त ने आदेश रिजर्व किए जाने की बात कही तो दीपक आक्रोशित होकर धमकी देने लगा। इसके बाद अभद्रता करते हुए वह सूचना आयुक्त की गर्दन पकड़ने के लिए लपका और काम तमाम करने की धमकी दी, जब वह गर्दन तक नहीं पहुंचा तो जूता निकालकर सूचना आयुक्त पर हमला कर दिया जो मोहम्मद नदीम के सिर पर जा लगा। इसके बाद मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों और अन्य लोगों ने उसे पकड़ लिया और घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने दीपक शुक्ला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उसके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने, हमला करने और धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया गया है।
इससे पहले भी दीपक शुक्ला को तत्कालीन सूचना आयुक्त अजय उप्रेती द्वारा आयोग में प्रतिबंधित किया जा चुका है। गत माह ही सूचना आयुक्त मो. नदीम की कोर्ट में गुण दोष के आधार पर दीपक शुक्ला की 79 अपीलों और शिकायतों को निस्तारित किया जा चुका है।
पुलिस को दी तहरीर में सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम ने बताया कि दोपहर में प्रयागराज के तेलियरगंज स्थित चांदपुर सलोरी निवासी दीपक शुक्ला का मामला सुनवाई के लिए सूचीबद्ध था। आरोप है कि मो. नदीम ने बताया कि आरोपित के कई मामले कक्ष संख्या सात में लंबित हैं।
नियमानुसार सुनवाई होती है तो इसी बात से दीपक नाराज रहते थे। पूर्व में दीपक ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से उन पर हमले की धमकी भी दी थी। सहायक पुलिस आयुक्त विभूतिखंड राधा रमण सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपित के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।