नित्य समाचार न्यूज़ एजेंसी (सह संपादक आर के कश्यप)
रामपुर: बिलासपुर :- बीती रात जामा मस्जिद बिशारत नगर में क़ुरान शरीफ की तकमील अमल में आयी।रमज़ान उल मुबारक के चल रहे तीसरे अशरे में जहन्नुम से निजात की दुआ कराई गई।
तराबीह की नमाज़ के दौरान हाफिज़ वाहिद अली खान ने क़ुरान पाक सुनाया और हाफिज़ उस्मान साहब ने समाअत के फरायज़ अंजाम दिये।हाफिज़ वाहिद खान पिछले 50 साल (1975 से 2025) से लगातार बिशारत नगर की जामा मस्जिद में क़ुरान पाक सुना रहे हैं।
इस मौके पर ख़िताब करते हुए सय्यद सलीम मियां साहब ने कहा कि कुरआन करीम को छोड़कर मुसलमान की तरक्की नहीं हो सकती कुरान हमें जो राह बताता है वो सबसे सीधा रास्ता है और हमारी मंज़िल के सबसे करीब है।सय्यद सलीम मियां ने कहा जो लोग क़ुरान करीम को छोड़कर दूसरी जगहों से हिदायत तलाश करेंगे अल्लाह पाक उन्हें गुमराह कर देगा और वो कभी हिदायत याफ्ता नहीं हो सकते।क़ुरान करीम हिदायत का चश्मा है इस पर अमल दुनिया व आख़िरत में कामयाबी की ज़ामिन है।
आखिर में रमज़ान उल मुबारक के चल रहे तीसरे अशरे में जहन्नुम से निजात और मुल्क में अमन चैन के लिए दुआ की गई।
इस मौके पर मोहम्मद आरिफ खान (अरोमा),हाफिज़ आलिम रज़ा,क़ारी नईम,हाफिज़ शराफत,हाफिज़ अज़गर,मौलाना नौशाद,मंजू खान,जाहिद अली खान,भूरा खान,इंतेज़ार खान,मोहम्मद अज़ान खान,उज़ैफ खान,शेज़र खान,रेहान खान,शाहबाज़ खान,इस्लाम खान,क़ासिम खान,फराज़ खान,शाज़ेब खान,बब्बू खान,समीर खान,नसीर अहमद,आसिम खान,रिज़वान खान आदि मौजूद रहे।