जनपद बरेली:-
नित्य समाचार न्यूज़ एजेंसी
बरेली। शहर में फर्जी रेप केस दर्ज कर ब्लैकमेलिंग करने वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। इस गैंग का मास्टरमाइंड पीडब्ल्यूडी विभाग का चपरासी निरंजन निकला, जो चार महिलाओं के साथ मिलकर लोगों को झूठे केस में फंसाकर वसूली करता था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और उसके मोबाइल से कई चौंकाने वाले ऑडियो क्लिप भी बरामद किए गए हैं।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
फतेहगंज पूर्वी निवासी सुधांशु अग्रवाल उर्फ गोलू ने बताया कि 8 जनवरी 2025 को एक महिला चंद्रकली ने उनके खिलाफ झूठा रेप केस दर्ज कराया। लेकिन जांच में यह सामने आया कि जिस समय घटना बताई गई, उस वक्त वे सीबीगंज स्थित अपनी दुकान पर मौजूद थे। पुलिस जांच में मामला पूरी तरह फर्जी निकला और केस में फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई।
एक अन्य मामला नन्ही देवी नाम की महिला का है, जिसने टीकाराम मौर्य के खिलाफ केस दर्ज कराया। बाद में महिला ने खुद स्वीकार किया कि वह चंद्रकली के घर रात बिताने जा रही थी। वहीं, शांति विहार निवासी हीराकली ने अख्तर हुसैन रिजवी के खिलाफ केस दर्ज कराया, जो जांच में गलत साबित हुआ। इन सभी मामलों में एक ही गैंग के शामिल होने की पुष्टि हुई है।
ऑडियो क्लिप से हुआ खुलासा
गिरफ्तार चपरासी निरंजन के मोबाइल से कई अहम ऑडियो क्लिप मिली हैं, जिनमें वह महिलाओं के साथ मिलकर लोगों को झूठे आरोपों में फंसाने और पैसे वसूलने की योजना बनाता सुना गया है। पुलिस ने इन क्लिप्स को जब्त कर फोरेंसिक जांच शुरू कर दी है। साथ ही, बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है।
शहर कप्तान मानुष पारीक ने बताया कि यह एक संगठित गिरोह था, जिसमें एक सरकारी कर्मचारी भी सक्रिय रूप से शामिल था। मानुष पारीक ने बताया कि मास्टरमाइंड चपरासी को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करेगी ताकि कोई भी निर्दोष व्यक्ति झूठे मामलों का शिकार न हो।