*दिव्यांग की जनसुनवाई के लिए तीन मंजिला ऑफिस छोड़ नीचे आए क्षेत्राधिकारी,स्वार अतुल पाण्डेय ।*
शनिवार को रोजमर्रा की तमाम शिकवा शिकायतों और बुरी खबरों के बीच एक ऐसी खबर और तस्वीर आई जो भविष्य की उम्मीद और सुनहरी तस्वीर दिखाती है। जब न्याय की आस में इधर उधर भटकते दिव्यांग नदीम, क्षेत्राधिकारी,स्वार ऑफिस पहुंचे । क्षेत्राधिकारी,स्वार ऑफिस, तहसील में तीसरी मंजिल पर है, नदीम चाह कर वहां तक नही पहुंच सकता था, लेकिन जैसे ही क्षेत्राधिकारी,स्वार को प्रकरण की जानकारी हुई, तुरंत तीसरी मंजिल से नीचे आते हुए नदीम के पास जाकर उसकी सुनवाई की। आस पास खड़े लोग बड़े आश्चर्य से ऐसी सुनवाई देख रहे थे जहां अधिकारी खुद जाकर, प्रार्थना पत्र ले रहे थें । मामला कुछ ऐसा था कि पिछले साल दिसंबर में खलासी ड्यूटी करते समय ड्राइवर की लापरवाही से नदीम का पैर कुचल गया था, बाद में सड़न को रोकने और जान बचाने के लिए डॉक्टरों को पैर तक काटना पड़ा। इस बीच पैर कटने के बाद उसका साथ अपनो तक ने छोड़ दिया, जिस मालिक की गाड़ी थी उसने कोई खोज खबर नही ली, जिस ड्राइवर दोस्त की वजह से गाड़ी चढ़ी थी, उसने भी साथ छोड़ दिया। दो छोटी बच्चियों के पिता नदीम की इस समय तक किसी ने मदद नहीं की। इलाज के 6 महीने बाद अब दोषियों पर कार्यवाही के लिए नदीम मुकदमा लिखाने पुलिस के पास पहुंचा। ऐसे में क्षेत्राधिकारी,स्वार ने पूरे प्रकरण की जानकारी प्राप्त कर प्र0निरी0 स्वार को मुकदमा पंजीकृत कर दोषियों पर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। आज बहुत दिनो बाद नदीम की आंखों में फिर से आंसू थे, लेकिन इन आंसूओ में इंसाफ की आस और पुलिस की इंसानियत दिख रही थी।