को मार देने के खेल में माहिर खंड विकास अधिकारी*
*जिंदा को मार देने की कला रखने वाले खंड विकास अधिकारी को निलंबित करके उनकी गिरफ्तारी नहीं कराई गई*
*कौशाम्बी* जिले के अधिकारियों की भी करनामें बड़े निराले हैं विकास योजनाओं को संचालित करने में कमीशन खाने के साथ-साथ अब अधिकारी इस कदर से बेलगाम हो गए हैं कि अब वह जिंदा व्यक्तियों को भी मार देने में लगे हुए हैं आखिर इन अधिकारियों द्वारा जिंदा को मारने की कलाकारी की ट्रेनिंग सरकार द्वारा इन्हें कब दी गई है यह बड़ी जांच का विषय है ताजा मामला कौशांबी विकासखंड क्षेत्र के मंझनपुर तहसील के सलेमपुर गांव के मजरा कोशम इमाम निवासी जगपत उम्र 75 वर्ष पुत्र रामदास का है जगपत अभी जिंदा है जिला अधिकारी से लेकर तहसील समाधान दिवस तक अधिकारियों के सामने पहुंचकर जगपत अपने जिंदा होने की गवाही दे रहा है लेकिन जीवित व्यक्ति को जिंदा मानने के लिए अधिकारियों को जांच करना पड़ रहा है लेकिन खंड विकास अधिकारी कौशाम्बी ने जगपत को मार दिया है आखिर इन्हें जगपत को मारने का अधिकार योगी सरकार ने कब दिया है जिंदा को मारने वाले खंड विकास अधिकारी पर अभी तक कार्यवाही कर इन्हें निलंबित नहीं किया गया है अधिकारियों को शिकायती पत्र देने के बाद जांच के दौरान जगपत कब जिंदा होगा सरकारी व्यवस्था पर सवाल खड़े हैं लेकिन जिंदा को मार देने की कला रखने वाले खंड विकास अधिकारी को निलंबित करके अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं कराई गई है उन्हें जेल नहीं भेजा गया है इतना बड़ा हेरा फेरी अपराध करने वाले अधिकारी अभी कुर्सी में कैसे विराजमान है मुख्य विकास अधिकारी इस मामले में क्या कर रहे हैं जिंदा को मारने की कला रखने वाले खंड विकास अधिकारी के कारनामे को यदि योगी सरकार ने गंभीरता से लिया