जनपद मुरादाबाद:-
सह संपादक आर के कश्यप
जिला मुरादाबाद में गुरुवार पांच दिसंबर को आयुक्त सभागार में आयुक्त के समक्ष किया गया मुरादाबाद विजन प्लान 2051- सिटी डेवलपमेंट प्लान (सीडीपी ) पर प्रस्तुतीकरण मुरादाबाद विकास प्राधिकरण (एमडीए ) द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय कन्सलटेंसी फर्म के माध्यम से तैयार कराया गया सिटी डेवलपमेंट प्लान सिटी डेवलपमेंट प्लान में जनप्रतिनिधियों, नगर के प्रमुख आर्किटेक्ट्स तथा स्टेकहोल्डर्स विभागों द्वारा फीडबैक और सुझाव् का विशिष्ट स्थान सीडीपी का उद्देश्य है मुरादाबाद को ‘पीतल नगरी’ से एक उभरते हुए वाइब्रेंट इकोनॉमिक हब” में बदलना यह योजना उत्तर प्रदेश को 2027 तक $1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने में देगी महत्वपूर्ण योगदान सीडीपी अंतर्गत तीन चरणों में चिन्हित की गयी परियोजनाएं लघु अवधि (2021-31) में सम्मिलित हुई 18000.00 करोड़ पूंजीगत व्यय की 45 परियोजनाएं माध्यम अवधि (2031-41) में है 13000.00 करोड़ पूंजीगत व्यय की 27 परियोजनाएं दीर्घ अवधि (2041-51) में शामिल 11000.00 करोड़ पूंजीगत व्यय की 15 परियोजनाएं स्टेक होल्डर्स विभागों में सर्वाधिक मुरादाबाद विकास प्राधिकरण का होना है 10000.00 करोड़ का पूंजीगत व्यय। दूसरे और तीसरे नंबर पर है नगर निगम और जल निगम सीडीपी का विजन और उद्देश्य/मुख्य परियोजनाएँ हैं नए आर्थिक क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करना और स्थानीय कारीगरों को नए अवसर प्रदान करना। बनेंगे मेगाफूड पार्क, सेमी-कंडक्टर, कौशल विकास केंद्र, सिटी सेंटर, बायो-फ्यूल प्रसंस्करण केंद्र और आयुष पार्क परिवहन सुधारः सिटी कोर क्षेत्र में भीड़-भाड़ कम करना और सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को बेहतर बनाना। होगा सड़कों का चौड़ीकरण और चौराहों का सुधार। साथ ही होगा मल्टी-लेवल पार्किंग का विकास और मुरादाबाद रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास। अस्तित्व में आयेंगे इंटर स्टेट बस टर्मिनल आई एस बीटी सार्वजनिक ई-बसें और मेट्रो लाइट परियोजना। जीवन स्तर में सुधारः पर्यावरण सुधार, हरित क्षेत्र और सामाजिक सुविधाओं को बढ़ावा देना। प्रस्तावित किया गया है नया मुरादाबाद योजना के पूर्व में मेगा टाउनशिप, मेडी-सिटी, नॉलेज सिटी, स्पोर्ट्स-काम्प्लेक्स, रामगंगा एवं इसकी सहायक गांगन नदी पर रिवर फ्रंट विकास परियोजना। पर्यटन के अंतर्गत किया गया है, प्रस्तावित बसंतपुर रामराय में इको-टूरिज्म पार्क। रामपुर रोड स्थित जीरो पॉइंट के पास बनेगा रिक्रेशनल हब। एकीकृत प्रशासनिक कार्यालय भवन भी लेगा आकार।
बुनियादी ढांचे का उन्नयन: जल, सीवरेज, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, पॉवर एवं नवीनीकरणीय ऊर्जा और हरित ऊर्जा परियोजनाओं को प्राथमिकता देना। सीडीपी से
मिलेगी मुरादाबाद को एक वैश्विक कारीगर केंद्र के रूप में पहचान। शहर में पर्यावरणीय संरक्षण और हरित ऊर्जा के प्रयोग को मिलेगा बढ़ावा।
नई औद्योगिक परियोजनाओं और कौशल विकास केंद्रों के माध्यम से होगी रोजगार में वृद्धि।नागरिकों के जीवनशैली में होगा गुणवत्तापरक सुधार पहले चरण में मुरादाबाद महायोजना -2031 के भू-प्रयोग के आधार पर चिन्हित परियोजनाओं में इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग, धातुशिल्प सेवा केंद्र, स्काडा आधारित जलापूर्ति प्रणाली, स्काडा आधारित आई0टी0 अवस्थापना एवं स्काडा मीटरिंग, प्रमुख चौराहों के सुधार तथा महायोजना सड़को का निर्माण जैसे कार्य धरातल पर आने लगे। प्रस्तुतीकरण में उपस्थित रहे उपाध्यक्ष मु0वि0प्रा0, मुख्य विकास अधिकारी, नगर आयुक्त नगर निगम, पुलिस अधीक्षक तथा पर्यटन, यू0पी0 सीडा, नगर निगम, सिंचाई, विद्युत वितरण एवं विद्युत पारेषण, यातायात, लोक निर्माण विभाग, जल निगम, एनएचएआई वन विभाग और रेलवे के अधिकारी