जनपद रामपुर🇮🇳🇮🇳
नित्य समाचार👁👁
प्रधान संपादक डीके सिंह🙏🙏
रामपुर रज़ा पुस्तकालय एवं संग्रहालय के 251वें स्थापना वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित द्वितीय रामपुर रज़ा पुस्तकालय महोत्सव (03 से 07 अक्टूबर 2025) के अंतर्गत पुस्तकालय परिसर में विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया जा रहा है।
इस अवसर पर आयोजित क़व्वाली (महफ़िल-ए-समा) में सुप्रसिद्ध कलाकार शाहिद सामी नियाज़ी एवं समूह, रामपुर ने अपनी सुमधुर आवाज़ और सूफ़ियाना अंदाज़ से वातावरण को आध्यात्मिक रंगों से सरोबार कर दिया।
श्रोताओं ने “दमा दम मस्त कलंदर” जैसे प्रसिद्ध सूफ़ी कलामों पर भाव-विभोर होकर तालियों की गड़गड़ाहट से कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
इसके पश्चात् आयोजित कुमाऊँनी लोक नृत्य में चन्दन बोरा समूह, अल्मोड़ा (उत्तराखण्ड) के कलाकारों ने उत्तराखंड की लोक-संस्कृति और पारंपरिक नृत्य की जीवंत झलक प्रस्तुत की।
घाघरा और टोपी से सजे कलाकारों ने मनमोहक लय पर नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस प्रस्तुति ने पर्वतीय लोक-संस्कृति की समृद्ध धरोहर को सजीव रूप में मंच पर उतारा।
इस अवसर पर पुस्तकालय के निदेशक डॉ. पुष्कर मिश्र जी ने कलाकारों को शाल और मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया।
उन्होंने कलाकारों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि रज़ा पुस्तकालय सदैव भारत की विविध सांस्कृतिक परंपराओं को मंच प्रदान करता रहा है, और यह महोत्सव उसी धरोहर का उत्सव है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दर्शक, विद्यार्थी, एवं सांस्कृतिक प्रेमी उपस्थित रहे। सभी ने इन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए रज़ा पुस्तकालय द्वारा निरंतर आयोजित किए जा रहे सांस्कृतिक आयोजनों की प्रशंसा की।
इन कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण रामपुर रज़ा पुस्तकालय के YouTube चैनल पर भी किया गया, जिससे देश-विदेश के दर्शकों ने ऑनलाइन जुड़कर इन मनमोहक प्रस्तुतियों का आनंद लिया।