वन विभाग की शह पर तस्कर काट रहे डडिया जंगल  (रक्षक बना माफिया)


जनपद रामपुर:-

बिलासपुर:-

ग्रामीणों ने वन विभाग के बीट प्रभारी पर लगाया रुपए लेकर बस खड़िया बीट वन क्षेत्र में अवैध कटान का आरोप

जिला रामपुर की तहसील बिलासपुर डडिया वन क्षेत्र मे बीट के चार कंपार्टमेंट के साथ वनांचल क्षेत्रों में इन दिनों पेड़ों की अवैध कटाई और अतिक्रमण का खेल जोरों पर चल रहा है, जिसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों को होने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।

इससे विभागीय अधिकारियों के ऊपर कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। रामपुर जिले के बिलासपुर डडिया वन परिक्षेत्र अंतर्गत बेगमाबाद से सराय  रोड पर लगे बड़े-बड़े झाड़ और बस खड़िया बीट जंगल में दिनदहाड़े अवैध रूप से शीशम और सागवान के पेड़ों को काटकर वन तस्कर तस्करी कर रहे हैं। कंपार्टमेंट -२ बस खड़िया बीट में वन विभाग के जंगल को काटकर जमीन पर ग्रामीणों ने कब्जा कर लिया है। विभागीय कर्मचारियों को पूरी जानकारी होने के बाद भी हरे-भरे पेड़ और शीशम और सागवान के  सुखै पेड़ों को काट दिया गया है।  तस्कर बिना रोकटोक के जंगल में ही पेड़ों को काटकर सिल्ली बनाकर सूखने के लिए छोड़ रहे हैं। सिल्ली सूखने के बाद लोगों को बेचा जा रहा है। यह कारनामा लंबे समय से चला आ रहा है। दूसरी ओर जंगल के समीप रहने वाले ग्रामीण जंगल की जमीन पर कब्जा कर खेती कर रहे हैं हैरानी की बात तो यह है कि जिस जगह कब्जा हुआ है। वहां की जमीन को विभाग ने नर्सरी के लिए आरक्षित कर सीपीटी भी खुदवाई है।

डांडिया वन बिलासपुर रेंजर अमित कुमार ने बताया  वन में काटे गए पेड़ों की जांच चल रही है जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी बन में पेड़ों के अवैध कटान को लेकर ग्रामीणों में रोष है यदि ग्रामीण चुला जलाने के लिए अगर सूखी लकड़ी बिन लेता है तो उस पर दंड डाला जाता है और बिना पैसे लिय लकड़ी नहीं दी जाती लेकिन अफसोस की बात यह है  यहां तो वनरक्षक ही चोर बने बैठे हैं इसीलिए वन विभाग के अधिकारी बीट प्रभारी को बचाने के लिए सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं अगर ऐसी ही खानापूर्ति होती रही तो उत्तर प्रदेश से जंगलों का नष्ट होना तय है  वन विभाग के अधिकारियों की छत्रछाया में ऐसे कर्मचारी खूब फल फूल रहे हैं  और बेवकूफ बना कर अपने कार्यों को अंजाम देते हैं जब वनरक्षक ही बंद भक्षक बन जाएंगे तो वनों का संरक्षण कैसे होगा


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