जनपद मुरादाबाद:-
नित्य समाचार न्यूज़ एजेंसी
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश पुलिस में एक बार फिर भ्रष्टाचार का चेहरा सामने आया है। मुरादाबाद जिले में छेड़छाड़ के एक मामले में आरोपी के नाम हटाने के बदले 50 हजार की रिश्वत मांगने और सबूत मिटाने के आरोप में एसएसपी सतपाल अंतिल ने दो दरोगाओं को निलंबित कर दिया है।
रिश्वत के बदले नाम हटाने का खेल, डिजिटल सबूत भी किए गायब
मामला ठाकुरद्वारा क्षेत्र का है, जहां 17 फरवरी को एक ग्रामीण ने लालापुर पीपलसाना के तीन युवकों – योगेश, गौरव और सौरभ – के खिलाफ मारपीट और छेड़छाड़ की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
इस केस की जांच कर रहे सुरजन नगर चौकी इंचार्ज अमित कुमार और ट्रेनी दरोगा मयंक प्रताप सिंह ने आरोपियों के पिता हरि सिंह से नाम हटाने के लिए 50 हजार रुपए की मांग की।
इतना ही नहीं, दरोगा अमित कुमार पर आरोप है कि उसने घटनास्थल की एक ऐसी वीडियो डिलीट कर दी जिसमें आरोपी युवक महिलाओं से छेड़खानी करते नजर नहीं आ रहे थे, यानी वीडियो उनके बेगुनाह होने का सबूत थी।
SSP ने बर्खास्त कर दिए दोनों दरोगा, विभागीय जांच के आदेश
शिकायत सामने आने के बाद एसएसपी सतपाल अंतिल ने मामले की जांच एसपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र गंगवार को सौंपी। जांच में दोनों पुलिसकर्मी दोषी पाए गए। इसके बाद शनिवार शाम को दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया और विभागीय जांच के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।