पानी में क्लोरीन की मात्रा सीमित न होने से बच्चों और महिलाओं को पूल के पानी से हो सकती हैं त्वचा सम्बन्धी समस्याएं। कौन जिम्मेदार
बकेवर इटावा।
इन दिनों चिलचिलाती धूप व भीषण गर्मी होने से मोटी कमायी कमाने के एवज में बिना मानकों के चलते हादसों को बुलावा देते स्विमिंग पूलों को संचालकों द्वारा संचालित किया जा रहे हैं। जहां पर आधा दर्जन के करीब खुले स्विमिंग पूलों में जल संरक्षण अभियान की बुनियाद को ही पलीता लगाते हुए व्यर्थ में लाखों लीटर पानी की बर्बादी की जा रही है। और समीपवर्ती गांवों को जल संकट की ओर धकेल रहा है।और जिम्मेदार अब तक इससे अनभिज्ञ,,,
गौरतलब है कि मानकों के विपरीत खुले आधा दर्जन के करीब स्विमिंग पूलों में एक बार की पानी की भरपाई लगभग दस से पंद्रह जार लीटर जल होती है। तो वहीं आंकङे के अनुसार सप्ताह में दो बार धरा के गर्भ से चीरकर लाखों लीटर पानी पूल संचालकों द्वारा बर्बादी लगातार की जा रही है। और अब तक जिम्मेदार इस गंभीर मामले से बेखबर हैं।
आखिर कार स्विमिंग करते बच्चों की सुरक्षा की दृष्टि से कोई उपकरणों की व्यवस्था नहीं है। स्विमिंग करने वालों में महिलाओं की संख्या अधिक देखी जा सकती है। न ही सँख्या बल पर और न ही बच्चों,महिलाओं के लिये उनके उपकरणों की व्यवस्था है। क्या ?? हादसे के बाद ही सजगता दिखायेगा विभाग या फिर यूं ही संचालित रहेंगीं इनकी दुकानें–पूछती है गांव की जनता
बताते चलें कि प्रति व्यक्ति 50-100 रूपये बसलूने के एवज में तमाम स्विमिंग पूल थाना बकेवर क्षेत्रान्तर्गत में संचालित हो रहे हैं। करीब आधा दर्जन स्विमिंग पूल कैसे चल रहे हैं। यह तो विभाग जाने। इनमें मानकों को दरकिनार कर लोगों से सुविधाओं के नाम पर मोटा शुल्क भी लिया जाता है। निजी स्विमिंग पूल में रोजाना सैकड़ों बच्चे, और महिलाओं सहित अन्य लोग स्विमिंग के लिए जाते हैं। रविवार को होने वाले गंगा दशहरा पर भी खासी भीङ देखने को मिल सकती है।
मोटी कमाई के एवज में संचालक द्वारा एक समय में तीस से 60 लोगों को एक साथ भेजा जाता है। *थाना बकेवर क्षेत्र के कस्बा लखना के समीप वर्ती गांव मानपुर रोड पर, बकेवर से लुधियानी सङक मार्ग के बीच स्थित हर्राजपुर,जयमलपुर,दुग्ध डेयरी के समीप तीन से चार और कई स्थानों पर स्विमिंग पूल संचालित हैं।*
तीन से चार हजार में होती है बुकिंग
⭕ *स्विमिंग पूल संचालकों ने मोटी कमाई के लिए अपने नियम भी बना रखे हैं। इन नियमों में है कि अगर कोई ग्रुप आता है तो उसको छूट दे दी जाती है। बुकिंग के समय किसी भी अन्य व्यक्तियों को प्रवेश नहीं दिया जाता है।
वहीं नगर के स्थानीय सुनील कुमार,अनिलसिंह,गुड्डु,नीतेश,अनुज,सहित अन्य लोगों ने जिलाधिकारी इटावा अवनीश कुमार राय व खेल विभाग के अधिकारी से इन संचालित स्विमिंग पूल सहित संचालकों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही कर आसपास के गांवों को जल संकट से न गुजरने की अपील की है।