सहायक औषधि नियंत्रक दिनेश कुमार तिवारी कानपुर मंडल द्वारा खादय सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग में किये जा रहे भ्र्ष्टाचार से उत्तर प्रदेश के 1 लाख से अधिक दवा विक्रेता परेशान


दिनेश कुमार तिवारी सहायक औषधि नियंत्रक कानपुर मंडल द्वारा खादय सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग में किये जा रहे भ्र्ष्टाचार एवम स्वेच्छाचारिता से उत्तर प्रदेश के 1 लाख से अधिक दवा विक्रेता परेशान
-उत्तर प्रदेश सरकार स्थानान्तरण नीति को ठेंगा दिखाते हुये अपने मनपसंद के जिले कानपुर में स्थानांतरण कराया
-अब मुख्यालय पर अपना वर्चस्व बनाये रखने के लिये कानपुर के साथ लखनऊ मुख्यालय का अतिरिक्त प्रभार लेने की कोशिश
-केमिस्ट संगठनों ने ज्ञापन भेजकर पूरे प्रकरण की जांच की मांग की

लखनऊ:- । उत्तर प्रदेश के एक भृष्ट अधिकारी जो खादय सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग आयुक्त कार्यालय अलीगंज लखनऊ में तैनात था। अधिकारी जिनका नाम है दिनेश कुमार तिवारी जो आयुक्त कार्यालय लखनऊ में कर रहे थे मनमानी। व सरकारी धन व माननीय योगी जी व मोदी जी की नीति को पलीता लगा रहा है । वर्ष 2015 में सरकारी धन का इस्तेमाल करके एक ऑनलाइन लाइसेंस पोर्टल बनाया था जिसे इनके द्वारा फरवरी 2018 में बंद करके फरवरी 2018 में ही दूसरा नया पोर्टल बनाकर विभागीय कार्य किये जा रहे हैं । यह अधिकारी विभाग के आई.टी. सेल के नोडल अधिकारी भी नियुक्त किये गये हैं जबकि योग्यता केवल बी.फार्मा है। व अभी तक ड्रग लाइसेंसिंग अथारटी की क्वालिफिकेशन पूरी नहीं करते व आई.टी. से सम्बंधित इन अधिकारी को कोई ज्ञान नहीं है ओर न ही इनके पास आई. टी. से सम्बंधित कोई योग्यता है । इसी कारण इनके नोडल रहते हुए इनके द्वारा बनवाये गये पोर्टल पर सही कार्य सुचारू रूप से सम्पादित नहीं हो पा रहा है जिस कारण आम जनमानस/व्यापारियों को पोर्टल पर आवेदन करने में अत्यंत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है । एवम इन अधिकारी द्वारा घोटाला करते हुए राजकीय धन की बरबादी की जा रही है। इनके निर्देशन में बनाया गया कोई भी पोर्टल सुचारू रूप से न चल पाने के कारण प्रदेश की जनता/ व्यापारियों को कोई भी लाभ नहीं मिल पा रहा है। यह पोर्टल न तो केमिस्ट फ्रैंडली है न ही विभागीय फ्रैंडली है
अतः जनहित में दोनों पोर्टल में उपयोग किये गये ओर सरकारी धन का ऑडिट, जांच एवम पोर्टल की गुणवत्ता की जांच सक्षम विभाग द्वारा करायी जानी चाहिये एवम दोषी अधिकारी श्री डी. के. तिवारी जी को भारतीय कानून के अंतर्गत कठोरतम सजा दिलायी जाये ।
उत्तर प्रदेश सरकार की स्थान्तरण नीति को ठेंगा दिखाते अपने मनपसंद का कानपुर मंडल में स्थानान्तरण करवाया साथ ही लखनऊ मुख्यालय का अतिरिक्त प्रभार की पूरी कोशिश की जा रही है
ज्ञातव्य है कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी के द्वारा एक देश एक पोर्टल की व्यवस्था की गई है जिसके द्वारा उत्तर प्रदेश खादय एवम औषधि प्रशासन विभाग के औषधि पोर्टल को भी फूड अनुभाग के पोर्टल की तरह केंद्रीय पोर्टल को इस्तेमाल करने के आदेश दिये गये हैं परन्तु खादय सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के औषधि अनुभाग के ड्रग अधिकारी श्री दिनेश कुमार तिवारी जी व सॉफ्टवेयर कम्पनी की सांठगांठ के कारण जबरदस्ती उत्तर प्रदेश सरकार के धन का दुरुपयोग कर अलग पोर्टल बनाकर काम किया जा रहा है तथा इनके द्वारा अपने उच्च अधिकारियों को भी गुमराह कर भारत सरकार के केंद्रीय पोर्टल का इस्तेमाल ना कर अपने व्यक्तिगत हित/लाभ के कारण प्रादेशिक पोर्टल का इस्तेमाल किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के 1 लाख से अधिक दवा व्यापारियों की मांग है कि उक्त खादय सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग में दिनेश कुमार तिवारी सहायक आयुक्त (औषधि) व सॉफ्टवेयर कम्पनी के विरुद्ध भारतीय कानून के प्राविधानों के अंतर्गत कठोरतम से कठोरतम सजा दिलाने तथा इनके आय से अधिक संपत्ति की जांच कर भ्र्ष्टाचार में लिप्त रहने के कारण अर्जित की गई धनराशि से निर्मित भवन/ भू-खण्डों का ध्वस्तीकरण मुख्तार अंसारी की तर्ज पर किया जाए
अब उक्त अधिकारी ने अपनी सांठगांठ से कानपुर मंडल में ड्रग लाइसेंसिंग अथारटी के लिये ट्रांसफर करवाने की कोशिश की जा रही है । ताकि मुख्यालय में अपना हस्तक्षेप बरकरार रहे । उक्त अधिकारी द्वारा पिछले 7 वर्षों में करोड़ो की सम्पत्ति अर्जित की जिसकी जांच भ्र्ष्टाचार निवारण संगठन व केंद्रीय एजेंसी से कराई जाए । उत्तर प्रदेश डिग्री डिप्लोमा केमिस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष जयदीप गुप्ता व फार्मासिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ रशीद अहमद भाई ने उत्तर प्रदेश शासन को ज्ञापन भेजकर इनके काले कारनामों की जांच करवाने की मांग की है

 


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