जनपद रामपुर न्यूज़:- चावल व गेहूं की खरीद खाद्य विभाग की निगरानी में होती है। यहां से एफसीआइ के गोदाम में अनाज भेजा जाता है पर जिला रामपुर के गोदाम में बड़े पैमाने पर मिट्टी कंकड़ मिले और नमी होने के प्रकरण ने एफसीआइ की साख खराब हो रही है। जिला रामपुर के माट खेड़ा रोड स्थित बिलासपुर में भारतीय खाद्य निगम खाद्य संग्रह भंडार गृह मैं की जा रही लापरवाही
, । भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) के गोदाम में अनाज रखने से पहले भारत सरकार की ओर से निर्धारित मानकों पर उसे परखा जाता है। दावा यही होता है कि सभी मानकों पर खरा उतरने के बाद ही उसे गोदाम में रखा जाता है। पर, रामपुर व बिलासपुर में कुछ दिन पहले एफसीआइ के माट खेड़ा रोड स्थित बिलासपुर गोदाम से भेजे गए गेहूं में मिट्टी चावल में किनकी (टूटा हुआ चावल) व मिट्टी मिली थी। इस प्रकरण ने मानकों पर परखने के एफसीआइ के दावों की पोल खोल कर रख दी है। एक बड़ा सवाल चर्चा में है कि गोदाम में मिट्टी कंकर मिला चावल गेहूं बाहर से आया या फिर किसी ने गोदाम में ही मिट्टी कंकर मिला दी। फिलहाल एफसीआइ वह खाद्य विभाग के स्थानीय अधिकारी इस सवाल का जवाब देने से बच रहे हैं।
चावल व गेहूं की खरीद खाद्य विभाग की निगरानी में होती है। यहां से एफसीआइ के गोदाम में अनाज भेजा जाता है लेकिन इससे पहले भारत सरकार की ओर से तय मानकों पर खाद्यान्न को परखा जाता है। इसमें कंकड़-पत्थर या मिट्टी की मिलावट, नमी आदि की जांच होती है। एफसीआइ के गोदाम से ही सार्वजनिक राशन डीलर वितरण प्रणाली के जरिए आम लोगों तक मुफ्त में खाद्यान्न पहुंचाया जाता है, इसलिए इसकी गुणवत्ता से समझौता नहीं होता। पर, रामपुर के गोदाम में बड़े पैमाने पर मिट्टी कंकड़ और नमी मिले होने के प्रकरण ने एफसीआइ की साख खराब की है।