ऑपरेशन सिंदूर के बाद हाई अलर्ट, देश के 9 बड़े हवाई अड्डे 10 मई तक अस्थायी रूप से बंद


 

नित्य समाचार न्यूज़ एजेंसी

 

सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में, एयर ट्रैफिक पर असर, यात्रियों को किया गया सतर्क

 

नई दिल्ली: देशभर में सुरक्षा कारणों के चलते भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़ा कदम उठाते हुए जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट जैसे 9 प्रमुख हवाई अड्डों को 10 मई सुबह 5:30 बजे तक अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला लिया है। यह कदम हाल ही में अंजाम दिए गए “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद उत्पन्न हुए संभावित सुरक्षा खतरों को देखते हुए उठाया गया है।

 

इन हवाई अड्डों पर सेना और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की मौजूदगी को और अधिक मजबूत कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय ऑपरेशन के बाद मिली खुफिया जानकारियों और सीमा-पार संभावित जवाबी कार्रवाइयों की आशंका को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

 

यात्रियों को सतर्क किया गया, कई उड़ानें रद्द या डायवर्ट

हवाई अड्डों की इस अस्थायी बंदी का सीधा असर देश के हवाई यातायात पर पड़ा है। सैकड़ों उड़ानें रद्द या अन्य हवाई अड्डों की ओर डायवर्ट की जा रही हैं। यात्रियों को एयरलाइनों की ओर से सतर्क रहने और यात्रा से पहले अपडेट चेक करने की सलाह दी गई है। एयरपोर्ट प्राधिकरण लगातार यात्रियों को सूचित कर रहा है और वैकल्पिक व्यवस्था करने का प्रयास कर रहा है।

सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर

देशभर में सभी केंद्रीय और राज्य स्तरीय सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। सेना, एयरफोर्स और स्पेशल कमांडो यूनिट्स को संवेदनशील ठिकानों पर तैनात किया गया है। गृह मंत्रालय की निगरानी में 24×7 ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर सक्रिय किया गया है, जो पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है।

क्या है ऑपरेशन सिंदूर?

हालांकि सरकारी सूत्रों ने ऑपरेशन सिंदूर की विस्तृत जानकारी साझा नहीं की है, लेकिन यह माना जा रहा है कि यह एक उच्च स्तरीय सैन्य कार्रवाई थी, जिसका उद्देश्य सीमा पार स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था। इस ऑपरेशन के बाद देश की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक चौकस किया गया है।

आगे क्या?

सरकार ने स्थिति पर बारीकी से नजर रखने और आवश्यकता पड़ने पर निर्णय की अवधि को आगे बढ़ाने की संभावना से भी इंकार नहीं किया है। इस बीच, यात्रियों और नागरिकों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की गई है।


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