रामपुर पहुंचें पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी 


जनपद रामपुर:-

पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि सांप्रदायिक फ़साद में सियासी मफ़ाद तलाश रहे “साज़िशी सिन्डीकेट के साम्प्रदायिक संक्रमण से समाज को सावधान रहना होगा”।वह रविवार को पत्रकारों से वार्ता कर रहे थें इस दौरान उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिक उन्माद की आफ़त को सामाजिक सद्भाव की ताक़त से परास्त कर मुल्क,मानवता को महफूज़ और मज़बूत करना वक्त की ज़रूरत व राष्ट्रीय कर्तव्य है।कहा कि “दावों की बकैती और धावों का बवंडर”, की साम्प्रदायिक प्रतिस्पर्द्धा की धूर्ततापूर्ण धुन को धूलधूसरित करना होगा।कुछ विदेशी आक्रमणकारियों की क्रिमिनल, कम्युनल,क्रूर करतूत के कलंक को वर्तमान पीढ़ी के सुरक्षा, समृद्घि,सौहार्द का कंटक-संकट नहीं बनने देना है।उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के रिवाज को समावेशी सशक्तिकरण के मिज़ाज से ध्वस्त करना होगा।आज़ादी के “अमृत काल से सद्भाव का अमृत निकलना चाहिए साम्प्रदायिकता का विष नहीं”।नक़वी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का डीएनए पूछ रहे सियासी लोगों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनका डीएनए तो ‘दंगाइयों की ठुकाई,बलवाईयों की कुटाई और समाज की सुरक्षा-सौहार्द व भलाई है।यह डीएनए ऐसे बलवाईयों,बाहुबलियों,बकैतों की चोट पर चीख निकाल रहे सामंती सुल्तानों की सोंच समझ से बाहर है।कहा कि महत्त्वाकांक्षाओं के मझधार में फंसे कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन में जितने छेद हैं उससे ज्यादा उसमें महत्त्वाकांक्षी मतभेद हैं।छेद को रफू करने, मतभेद को रफ़ूचक्कर करने में चुनाव में भी ये लोग निपटते जा रहें हैं और गठबंधन के गुरुघंटालों का ग़ुरूर भी सिमटता जा रहा है।नक़वी ने कहा कि समाजवादी सुल्तान और सामन्ती सूरमां,सत्ताईस के सूबाई चुनावी अखाड़े में भी चारो ख़ाने चित होंगे।जनता साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के छल को समावेशी सशक्तिकरण के बल से छूमंतर करेगी।कहा कि “सामंती बकैती को सत्ता की बपौती” समझने वालों की प्रायोजित पटकथा पर परिवार का पाखण्डी प्रयोग बार-बार पिट-परास्त हो रहा है।नक़वी ने कांग्रेस और विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि “संसद में सरकार के विरोध के बजाय मोदी जी का विज्ञापन करते दिख रहें हैं। “जब सरकार में थे तो हर मैदान में हिट विकेट, अब विपक्ष में हर मैच में नो बॉल” का रिकार्ड बनाने में डटे हैं।नक़वी ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दूओं पर हो रहे अत्याचार की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि लगता है कि बांग्लादेश की व्यवस्था अपराधिक,अराजक कठमुल्लाओं की क्रूरता की कैद हो गई है, जो कुछ वहां हो रहा है वह न बांग्लादेश की संस्कृति है न संस्कार।वहां अल्पसंख्यकों की सुरक्षा समाज और सरकार की जिम्मेदारी है।


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