जनपद रामपुर :-
दुकान कब्जाने में फंसे एसडीओ और लेखपाल
एसपी के आदेश पर केमरी थाने में दो महिला सहित आठ के खिलाफ लिखी प्राथमिकी
केमरी फर्जी प्रपत्रों के आधार पर दुकान कब्जाने के आरोप में लेखपाल और जल निगम बरेली में कार्यरत एसडीओ फंस गए हैं। दोनों को नामजद करते हुए पुलिस ने आठ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। प्राथमिकी पुलिस अधीक्षक के आदेश पर दर्ज की गई है। केमरी थाने के गांव पूरनापुर मिलक निवासी खेमानंद ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की थी।
पत्र में बताया कि आठ जुलाई 2024 को गांव रास इंडिया में मिलक बिलासपुर रोड पर बाबूराम से जगह
खरीदी थी। सात अक्टूबर को वह दुकानों का निर्माण कार्य करा रहे थे। तब वहां पजाबा गांव निवासी फतेहपाल और उसका भाई विजेंद्रपाल कुछ लोगों को लेकर आए। फतेहपाल तहसील सदर में लेखपाल है, जबकि उसका भाई विजेंद्र पाल जल निगम इज्जतनगर बरेली में एसडीओ है। वे सभी उनकी जगह पर कब्जा करने का प्रयास करने लगे। तब तो वह कामयाब नहीं हो सके। बाद में 15 अक्टूबर को लेखपाल अपनी मां मां नत्थो देवी पत्नी दयाराम ने उनके द्वारा खरीदी
गई जमीन का फर्जी कूटरचित बैनामा बनवा लिया, जिसमें उन्होंने रूपचन्द, रामपाल, सिपाही लाल पुत्रगण किशन लाल व हरप्यारी पत्नी किशन लाल से औने-पौने दाम में जमीन खरीदना दर्शाया था। उस फर्जी बैनामा के आधार पर दोबारा 16 अक्टूबर को दुकानों पर कब्जा करने की कोशिश करने लगे। मना करने पर झगड़ा फसाद करने लगे। उनके साथ लात घूसों से मारपीट की। जान से मारने और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देते हुए फरार हो गए। इस संबंध में केमरी थाने में शिकायत की,
लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। पुलिस अधीक्षक ने उनके प्रार्थना पत्र पर जांच कर कार्रवाई के आदेश केमरी पुलिस को दिए थे। इस पर पुलिस ने लेखपाल, एसडीओ, उनकी मां समेत हरीश कुमार निवासी गांव हरदासपुर थाना मिलक, रूपचन्द, रामपाल, सिपाही लाल व हरप्यारी निवासीगण गांव रास डंडिया के खिलाफ संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। थाना प्रभारी हिमांशु चौहान का कहना कि एसपी के आदेश पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।