जनपद रामपुर🇮🇳🇮🇳
नित्य समाचार👁👁
प्रधान संपादक डीके सिंह🙏🙏
रामपुर।👉 समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता मोहम्मद आज़म खान दो साल बाद सीतापुर जेल से रिहा हुए। बाहर निकलते के बाद मीडिया से मुखातिब आज़म खान का अंदाज पहले जैसा ही बेबाक और चुटीला रहा। उन्होंने कहा कि अभी तो मुझे यह सोचने का मौका भी नहीं मिला है कि मैं छोटा-सा आदमी हूं, अकेला लौट आया हूँ।
जब पत्रकारों ने उनसे सपा प्रमुख अखिलेश यादव को लेकर सवाल किया तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि अखिलेश यादव बड़ी पार्टी के बड़े नेता हैं, मेरे जैसे छोटे नेता नहीं।
लेकिन, जब मीडिया ने आगाह किया कि क्या दोनों नेताओं के बीच अब खटास बढ़ रही है, तो उन्होंने साफ कहा आग मत लगाओ।
जब आज़म खान से पूछा गया कि क्या वे बहुजन समाज पार्टी की ओर रुख कर सकते हैं, तो उनका जवाब स्पष्ट था कि हमारे पास एक चीज़ है जिसे चरित्र कहते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि हम पार्टी बदल लें। लोग हमें प्यार और इज्ज़त दें, वही काफी है।
मीडिया ने सवाल किया कि क्या अखिलेश यादव का कॉल आया? इस पर आज़म खान ने हंसते हुए कहा कि आप यकीन मानिए, मुझे पूरी दुनिया में सिर्फ एक नंबर याद था और वह मेरी बीवी का था। मैं मोबाइल चलाना ही भूल गया हूं। पांच साल जो इंसान मोबाइल से दूर रहा हो, उसे नंबर याद कैसे रहेंगे?
जब 2027 के विधानसभा चुनावों और समाजवादी पार्टी की संभावनाओं पर सवाल किया गया तो आज़म खान ने दो टूक कहा मैं कोई भविष्यवाणी नहीं कर सकता।
दो साल की जेल यात्रा के बाद आज़म खान की वापसी ने रामपुर और सपा की राजनीति में नई हलचल जरूर पैदा कर दी है। हालांकि, उनका सधा हुआ अंदाज और टालने वाले जवाब साफ संकेत दे रहे हैं कि फिलहाल वे किसी बड़े राजनीतिक बयान से बचना चाह रहे हैं।