- जनपद रामपुर में हर साल करोड़ों रुपये कमाने वाला आबकारी विभाग ने मार्च में इस साल भी पुराने देशी और अंग्रेजी शराब ठेकों का नवीनीकरण किया, जबकि कई अंग्रेजी और देशी शराब के नए ठेके खोले। लेकिन शराब ठेकेदारों ने विभागीय अफसरों की अनदेखी के कारण जहां चाहा वहां दुकानें खोल दीं। मलिन बस्तियों, पार्क, अस्पताल, मंदिर, मस्जिद को भी नहीं छोड़ा। आलम यह है कि स्कूल जाने वाले रास्ते और स्कूल से चंद दूरी पर शराब ठेके होने के कारण नशे मे धुत्त लोग स्कूली बच्चों और छात्राओं पर फब्तियां कसते दिखाई देते हैं।
आबकारी नियम के तहत धार्मिक स्थल, स्कूल, , मंदिर, हॉस्पिटल से बार, शराब, भांग, बीयर की दुकान कम से कम 100 मीटर दूर हो। पहले यह दूरी उपरोक्त स्थानों से लगभग 200 मीटर थी। नियम के तहत मलिन बस्ती में शराब की दुकान नहीं खुलेगी, लेकिन जिले में कई स्थानों पर इसका उल्लंघन हो रहा है। नियम के मुताबिक मॉडल शॉप,शराब ठेका और बार के अलावा कहीं और शराब पीने पर पाबंदी है, लेकिन यहां तो शाम होते ही बाजारों ढाबा और होटल और रास्तों पर लोग खुलेआम शराब पीते दिखाई दे जाएंगे। ताजा मामला जनपद रामपुर बिलासपुर बिलासपुर तहसील में कैमरी, पिपलिया मिश्र ,बिलासपुर कस्बा, दीप दवा कॉलोनी पर घनी आबादी के पास देशी शराब और बीयर की दुकान का संचालन किया जा रहा है। जिससे मासूम छात्रों के बालपन पर इसका कुप्रभाव लाजमी है। इतना ही नहीं आलम यह है कि स्कूल जाने वाले रास्ते पर शराब ठेके होने के कारण नशे धुत्त लोग स्कूली बच्चों और छात्राओं पर फब्तियां कसते दिखाई देते हैं। और तो और बस्ती के मुख्य सड़क पर खुले इस ठेके के कारण रोजाना यहां जाम स्थिति पैदा होती है। रात होते ही ठेके के सामने सड़क पर ही शराब पीने वाले लोग अक्सर महिलाओं और राहगीरों से दुर्व्यवहार करते नजर आते है।