खो गईं वो चिठ्ठियाँ जिसमें “लिखने के सलीके” छुपे होते थे
संपादक नित्य समाचार न्यूज़ एजेंसी:- खो गईं वो चिठ्ठियाँ जिसमें “लिखने के सलीके” छुपे होते थे “कुशलता” की कामना से शुरू होते थे। बडों के “चरण स्पर्श” पर खत्म होते थे…!! “और बीच में लिखी होती थी “जिंदगी” नन्हें के आने की “खबर” “माँ” की तबियत का दर्द और पैसे भेजने का “अनुनय”…